कहीं ना कहीं अपने वर्तमान और भविष्य कि चिंता और दर्द आंखों से बयां कर रही है। कहीं ना कहीं अपने वर्तमान और भविष्य कि चिंता और दर्द आंखों से बयां कर रही है।
अरे बग़ीचे में में मैंने देखा है कि गढ्ढो में पानी भरा है, वहां नाव बनाकर तैराऊंगा! अरे बग़ीचे में में मैंने देखा है कि गढ्ढो में पानी भरा है, वहां नाव बनाकर तैराऊं...
जमुना यही तो सही मायने में हमारे बुढ़ापे की बैंक है।" जमुना यही तो सही मायने में हमारे बुढ़ापे की बैंक है।"
शिवा तुम्हारे सिवा कोई पसंद ही नही आया इसलिए अभी तक कुँवारा हूँ - तू नही तो कोई नही वाल शिवा तुम्हारे सिवा कोई पसंद ही नही आया इसलिए अभी तक कुँवारा हूँ - तू नही तो कोई ...
ऊपर से तेरी माँ वकील है.... तो हम बातों में उसने जीत नही पाएंगे। ऊपर से तेरी माँ वकील है.... तो हम बातों में उसने जीत नही पाएंगे।
"मम्मी बुआ जी कितने दिनों में अपने घर जाएंगी। क्या वह ऐसे ही नाराज रहेंगी?" "मम्मी बुआ जी कितने दिनों में अपने घर जाएंगी। क्या वह ऐसे ही नाराज रहेंगी?"